Bharti Bhawan Physics Class-10:Chapter-2:Very Short Type Question Answer:Short Type Question Answer:Long Answer Type Question Answer:भौतिकी:कक्षा-10:अध्याय-1:अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर:लघु उत्तरीय प्रश्न:दीर्घ उत्तरीय प्रश्न





                         प्रकाश का अपवर्तन







अति लघु उत्तरीय प्रश्न







1. जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब प्रकाश की दिशा में परिवर्तन को क्या कहते हैं? 

उत्तर:-
जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब प्रकाश की दिशा में परिवर्तन की क्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं|
2. जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम (जैसे–हवा) से सघन माध्यम (जैसे– कांच) में जाती है तब वह अभिलंब की ओर मुड़ती है या अभिलंब से दूर मुड़ती है? 
उत्तर:-
जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाती है तब वह अभिलंब की ओर मुड़ती है|
3. जब प्रकाश की एक किरण माध्यम से 1 से माध्यम 2 म जाती है तब वह अभिलंब से दूर मुड़ जाती है| दोनों में कौन माध्यम प्रकाशीय रूप से अधिक सघन है? 
उत्तर:-
माध्यम 1 (हवा) माध्यम 2 (कांच) की अपेक्षा ज्यादा सघन होगा|
4. वायु में प्रकाश एक सेकेंड में लगभग कितनी दूरी तय करता है? 
उत्तर:-
वायु में प्रकाश एक सेकेंड में लगभग 300,000 किलोमीटर/सेकेंड की दूरी तय करता है|
5. स्नेल का नियम क्या है? 
उत्तर:-
किन्हीं दो माध्यमों और प्रकाश के किसी विशेष वर्ग (रंग) के लिए आपतन कोण की ज्या और अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है|
अर्थातsini/sinr=एक नियतांक
6. अपवर्तनांक की परिभाषा दें|
उत्तर:-
किसी माध्यम की प्रकाश की किरण की दिशा को बदलने की क्षमता को उसका अपवर्तनांक कहते हैं|
7. किस माध्यम का अपवर्तनांक अधिक होता है– सघन माध्यम का या विरल माध्यम का? 
उत्तर:- सघन माध्यम
8. पानी का अपवर्तनांक 1.33 है| इस कथन का क्या तात्पर्य है? 
उत्तर:-
पानी में प्रकाश की चाल शून्य (या वायु) में प्रकाश की चाल के 1/1.33 अथवा 3/4 गुना होती है|
9. पार्श्विक विस्थापन से आप क्या समझते हैं? 
उत्तर:-
कांच की सिल्ली से प्रकाश के अपवर्तन में आपतित किरण और निर्गत के बीच की लंबवत् दूरी को पार्श्विक विस्थापन कहते हैं|
10. नीचे दिए गए चित्रों को ध्यान से देखें और उनके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें|
चित्र (क) में, 1,2और 3 में कौन निर्गत किरण नहीं हो सकती? 
उत्तर:-
1 तथा 2 निर्गत किरण हो सकती है|
चित्र (ख) में i का मान कितना होगा? 
उत्तर:-
60°
चित्र (ग) में सिल्ली से होकर गुजरनेवाली किरण का पथ दर्शाएं|
उत्तर:-
सिल्ली से होकर गुजरनेवाली किरण का पथ सीधी होती है| किरण के पथ को इस रेखा चित्र द्वारा दर्शाया गया है
11. लेंस कितने प्रकार होते हैं? 
उत्तर:- दो — अवतल लेंस, उत्तल लेंस
12. लेंस के मुख्य अक्ष की परिभाषा दें|
उत्तर:-
किसी लेंस का मुख्य अक्ष उसकी सतहों के वक्रता केन्द्रों को मिलानेवाली रेखा होती है|
13. पतला लेंस क्या है? 
उत्तर:-
पतला लेंस एक ऐसा लेंस है जिससे होकर जानेवाली किरण लेंस से अपवर्तन के बाद बिना विचलन के सीधे निकल जाती है|
14. प्रत्येक लेंस के कितने मुख्य फोकस होते हैं? लेंस के किस मुख्य फोकस को लेंस का फोकस कहा जाता है? 
उत्तर:-
प्रत्येक लेंस के दो मुख्य फोकस होते हैं—
1. प्रथम मुख्य फोकस (f1) 
2. द्वितीय मुख्य फोकस(f2) 
किसी लेंस में दो मुख्य फोकस होते हैं— जिन्हें f1 तथा f2 द्वारा दर्शाया जाता है| अतः लेंस के प्रथम मुख्य फोकस f1 को अवतल लेंस का फोकस कहा जाता है तथा लेंस के द्वितीय मुख्य फोकस f2 कै उत्तल लेंस का फोकस कहा जाता है|
15. उत्तल लेंस के सामने किसी वस्तु को कहाँ रखने पर उसके आकार के बराबर के आकार का वास्तविक प्रतिबिंब बनता है? 
उत्तर:-
उत्तल लेंस के सामने किसी वस्तु को 2f1 पर रखने पर उसके आकार के बराबर वास्तविक प्रतिबिंब बनता है|
16. फोकस दूरी किस लेंस की धनात्मक होती है– उत्तल लेंस अथवा अवतल लेंस|
उत्तर:- उत्तल
17. जिस माध्यम का अपवर्तनांक कम होता है, उसमें प्रकाश की चाल कम होता है या अधिक? 
उत्तर:- विरल माध्यम का अपवर्तनांक कम होता है तथा इसमें प्रकाश की चाल अधिक होती है|
18. किस लेंस को अभिसारी लेंस कहते हैं? 
उत्तर:- उत्तल
19. यदि कोई वस्तु उत्तल लेंस से बहुत ही दूर (अनंत) पर हो तो वस्तु का प्रतिबिंब कहाँ बनेगा? 
उत्तर:- मुख्य फोकस पर
20. कौन सा लेंस वास्तविक और आभासी दोनों प्रकार का प्रतिबिंब बनता है? 
उत्तर:- उत्तल
21. यदि किसी लेंस द्वारा प्राप्त प्रतिबिंब वस्तु की अपेक्षा सीधा और छोटा हो, तो वह कैसा लेंस होगा? 
उत्तर:- अवतल लेंस
22. उत्तल लेंस द्वारा किसी वस्तु का आवर्धित एवं आभासी प्रतिबिंब कब बनता है? 
उत्तर:- जब वस्तु लेंस तथा फोकस के बीच स्थित हो, तो उसका आभासी, आवर्धित प्रतिबिंब प्राप्त होता है|
23. किसी उत्तल लेंस के सामने एक पिन को कहाँ रखने पर उसका प्रतिबिंब अनंत पर बनता है? 
उत्तर:- उत्तल लेंस के सामने एक पिन को f2 पर रखने पर उसका प्रतिबिंब अनंत पर बनता है|
24. दैनिक जीवन में लेंसों के दो साधारण उपयोग बताएं-
उत्तर:- सूक्ष्मदर्शी और दूरबीन आदि में आवर्धन बढाने के लिए तथा स्पष्ट प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए एक से अधिक लेंस के संयोग का उपयोग किया जाता है|
25. सिनेमा हॉल के पर्दे पर दिखनेवाले चित्र वास्तविक है या आभासी? 
उत्तर:-
वास्तविक
26. किसी उत्तल लेंस द्वारा वस्तु का आभासी एवं आवर्धित प्रतिबिंब बनाने हेतु वस्तु की स्थिति कहाँ होनी चाहिए|
उत्तर:- उत्तल लेंस और उसके फोकस के बीच
27. यदि कोई वस्तु किसी उत्तल लेंस के बाईं ओर उसकी दूनी फोकस दूरी पर रखी हो, तो उसका प्रतिबिंब कहाँ बनेगा? 
उत्तर:-  यदि कोई वस्तु किसी उत्तल लेंस के बाईं ओर उसकी दूनी फोकस दूरी पर रखी हो, तो उसका प्रतिबिंब F2 पर बनेगा तथा यह वास्तविक, उल्टा तथा वस्तु के आकार के बराबर होगा|
28. एक पतले लेंस की फोकस दूरी f =-10cm है| यह उत्तल लेंस है या अवतल लेंस? 
उत्तर:- अवतल लेंस
29. लेंस से किसी वस्तु की दूरी(u), प्रतिबिंब की दूरी (v), और लेंस द्वारा प्राप्त आवर्धन(m) में क्या संबंध है? 
उत्तर:-
किसी लेंस के लिए वस्तु दूरी (u), प्रतिबिंब की दूरी (v) और आवर्धन (m) के बीच का संबंध निम्नलिखित हैं–
m=+v/u
30. किसी लेंस से किसी वस्तु की दूरी(u), प्रतिबिंब की दूरी (v), और लेंस की फोकस दूरी (f) में क्या संबंध है? 
उत्तर:- किसी लेंस के लिए वस्तु दूरी(u), प्रतिबिंब दूरी (v)और फोकस दूरी(f) के बीच के संबंध को एक सूत्र से बताया जा सकता जिसे लेंस सूत्र कहते हैं| लेंस सूत्र निम्नलिखित हैं–
 1/v-1/u=1/f
31. किसी लेंस की फोकस दूरी और उसकी क्षमता में क्या संबंध है? 
उत्तर:- किसी लेंस की क्षमता(P) उसकी फोकस दूरी(f) के व्युत्क्रम से मापी जाती है, अर्थात
P=1/f 
32. लेंस की क्षमता का S.I मात्रक क्या है? 
उत्तर:-लेंस की क्षमता का SI मात्रक m-1 प्रति मीटर होता है जिसे डाइआप्टर(D) भी कहते हैं|
33. किसी वस्तु के चश्मे में लगे लेंस की क्षमता +1.5D है| लेंस उत्तल है या अवतल? 
उत्तर:- उत्तल लेंस
34. किसी उत्तल लेंस का आधा भाग काले कागज से ढंक दिया जाए|क्या यह लेंस किसी वस्तु (बिंब) का पूरा प्रतिबिंब बना सकेगा? 
उत्तर:- हां, लेकिन उसकी तीव्रता घट जाएगी क्योंकि किरणों की संख्या कम हो जाएगी|
35. लेंस प्रतिबिंब कैसे बनाते हैं? 
उत्तर:-
लेंस प्रकार के अपवर्तन द्वारा प्रतिबिंब बनाते हैं|
36. किसी लेंस की क्षमता 1 डाइऑप्टर है– इसे परिभाषित करें|
उत्तर:- 1 डाइऑप्टर उस लेंस की क्षमता है जिसकी फोकस दूरी 1मीटर, हो| 1D=1m-1
37. 2 मीटर फोकस दूरी वाले एक अवतल लेंस की क्षमता कितनी होगी? 
उत्तर:- -0.5D
38. 2 मीटर फोकस दूरी वाले एक उत्तल लेंस की क्षमता कितनी होगी? 
उत्तर:-
+0.5D
39. एक लेंस की क्षमता +5D है| यह किस प्रकार का लेंस है|
उत्तर:- उत्तल लेंस



लघु उत्तरीय प्रश्न






1. प्रकाश के अपवर्तन का क्या तात्पर्य है? 
उत्तर:-
प्रकाश की किरणों के एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे पारदर्शी माध्यम में जाने पर दिशा परिवर्तन (अर्थात मुड़ने) की क्रिया को प्रकाश का अपवर्तन कहा जाता है|
2. हमारे दैनिक जीवन में प्रकाश के अपवर्तन के उपयोग के दो उदाहरणों को लिखें|
उत्तर:-
प्रकाश के अपवर्तन के कारण पानी की सतह पर छड़ी का मुड़ा हुआ दिखना|
प्रकाश के अपवर्तन के कारण पानी से भरी बाल्टी की गहराई का कम प्रतीत होना|
3. हवा में चलती हुई प्रकाश की किरण जल में तिरछे प्रवेश करती है| क्या प्रकाश किरण अभिलंब की ओर झुकेगी अथवा अभिलंब से दूर हटेगी? बताएं, क्यों? 
उत्तर:-
हवा में चलती हुई प्रकाश की किरण जल में तिरछे प्रवेश करती है तब वह अभिलंब की ओर झुकेगी क्योंकि हम जानते हैं कि आपतन कोण से अपवर्तन कोण छोटा होता है, इसलिए जब प्रकाश की किरण विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाती है तब वह अभिलंब की ओर मुड़ जाती है|
4. पानी में रखा हुआ सिक्का कुछ ऊपर उठा हुआ प्रतीत होता है|क्यों? 
उत्तर:-
पानी में रखा हुआ सिक्का कुछ ऊपर उठा हुआ प्रतीत होता है क्योंकि यहाँ पर प्रकाश के अपवर्तन का नियम लागू होता है| किसी भी बरतन के पानी में रखा हुआ सिक्का आंखों को देखने से ऊपर उठा हुआ प्रतीत होता है|
5. प्रकाश के अपवर्तन के नियमों को लिखें-
उत्तर:-
1. आपतित किरण, आपतन बिंदु पर अभिलंब और अपवर्तित किरण तीनों एक ही समतल में होते हैं|
2. किन्हीं दो माध्यमों और प्रकाश के किसी विशेष वर्ण के लिए आपतन कोण की ज्या और अपवर्तन की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है| इसे स्नेल का नियम भी कहा जाता है|
6. स्नेल के नियम को लिखकर समझाएँ|
उत्तर:-
1. आपतित किरण, आपतन बिंदु पर अभिलंब और अपवर्तित किरण तीनों एक ही समतल में होते हैं|
2. किन्हीं दो माध्यमों और प्रकाश के किसी विशेष वर्ण के लिए आपतन कोण का ज्या और अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है|
यदि आपतन कोण i हो और अपवर्तन कोण r हो, तो प्रकाश के अपवर्तन के द्वितीय नियम, अर्थात स्नेल के नियम से, 
sini/sinr=एक नियतांक
यह नियतांक माध्यम 2 का माध्यम 1 के सापेक्ष अपवर्तनांक n21 के बराबर होता है| अतःअतः, 
sini/sinr=n21
7. हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है| इस कथन का क्या अर्थ है? 
उत्तर:- हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है का अर्थ है कि प्रकाश हीरे में निर्वात (शून्य) की अपेक्षा 2.42 गुणी धीमी चाल से चलता है क्योंकि किसी माध्यम का अपवर्तनांक (n) शून्य में प्रकाश की चाल (cm) और उस माध्यम की चाल के अनुपात को कहते हैं|
किसी माध्यम का अपवर्तनांक(n) =
    शून्य में प्रकाश की चाल(C) 
—————————————
उस माध्यम में प्रकाश की चाल(CM) 
8. प्रकाश की एक किरणपुंज पानी पर तैरते तारपीन की परत पर आपतित होती है| यदि वायु, तारपीन और पानी के अपवर्तनांक क्रमशः 1.00,1.47 तथा 1.33 हों, तो समझाएँ कि किरणपुंज किस प्रकार वायु से तारपीन तथा फिर तारपीन से पानी में गमन करेगी|
उत्तर:-
यहाँ वायु का अपवर्तनांक=1.00
तारपीन=1.47
पानी=1.33
वायु से तारपीन में किरणपुंज प्रवेश करेगी तो उसका वेग निम्न हो जाएगा तथा जब तारपीन से पानी में प्रवेश करेगी तो वेग तेज हो जाएगी|
11. आपको एक उत्तल लेंस, एक अवतल लेंस तथा एक कांच की वृत्ताकार पट्टिका दी गई| उनकी सतहों को बिना छुए आप उनमें अंतर कैसे बताएंगे? 
उत्तर:-
तीनों नमूनों को बारी बारी से छपाई के अक्षर पर रखा जाता है|जिस नमूने से होकर छपाई के अक्षर सीधा और आवर्धित दिखाई पड़े वह उत्तल लेंस है| जिस नमूने से होकर छपाई के अक्षर पर सीधा और छोटा दिखाई पड़े वह अवतल लेंस है| जिस नमूने से छपाई का अक्षर सीधा और हू-ब-हू दिखाई पड़े वह कांच की वृत्ताकार पट्टिका है| इस प्रकार, बिना स्पर्श किए उत्तल लेंस, अवतल लेंस और कांच की वृत्ताकार पट्टिका की पहचान की जा सकती है|
12. किसी उत्तल लेंस द्वारा जब सूर्य की किरणों को किसी कागज पर फोकसित करते है तो वह जल उठता है| कारण स्पष्ट करें|
उत्तर:-
सूर्य से प्रकाश के साथ साथ ऊष्मीय ऊर्जा भी आती है| अतः जब उत्तल लेंस द्वारा हम सूर्य से आती किरणों को कागज पर फोकसित करते हैं, तो प्रकाश के साथ ऊष्मा भी कागज के छोटे से हिस्से पर फोकसित होती है, जिससे कागज का वह हिस्सा जल उठता है|
13. उत्तल लेंस को आंख के सामने रखकर सूर्य को देखना क्यों मना है? 
उत्तर:-
उत्तल लेंस को आंख के सामने रखकर सूर्य को देखने पर सूर्य से आती ऊष्मा आंख के रेटिना पर फोकसित होकर उसको अत्यधिक क्षति पहुँचा सकती है जिससे आंख खराब होने की संभावना होती है|
14. यदि किसी उत्तल लेंस पर आपतित किरण लेंस के अक्ष के समांतर है, तो वह लेंस से अपवर्तन के पश्चात किस प्रकार मुड़ेगी? किरण आरेख द्वारा इसे स्पष्ट करें|
उत्तर:-उत्तल लेंस पर आपतित किरण लेंस के अक्ष के समांतर है| अपवर्तन के बाद यह फोकस की ओर मुड़ेगी|
15. उत्तल लेंस और अवतल लेंस के अंतर को स्पष्ट करें|
उत्तर:-
उत्तल लेंस—-
उत्तल लेंस दोनों किनारों की अपेक्षा बीच में मोटा होता है|
यह प्रकाश को अभिसरित करता है|
इसका फोकस वास्तविक होता है|
अवतल लेंस—–
अवतल लेंस दोनों किनारों के अपेक्षा बीच में पतला होता है|
यह प्रकाश को अपसारित करता है|
इसका फोकस काल्पनिक होता है|
17. उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस और अवतल लेंस को अपसारी लेंस क्यों कहते हैं? 
उत्तर:-
उत्तल लेंस पर जब प्रकाश की समांतर किरणें आपतित होती है तो लेंस से अपवर्तन के बाद ये समांतर किरणें एक बिंदु पर मिलती है| इससे स्पष्ट होता है कि उत्तल लेंस समांतर किरणों को अभिसारित करता है| इस गुण के कारण इसे अभिसारी लेंस भी कहते हैं|
जब प्रकाश की किरणें किसी अवतल लेंस पर पड़ती है तो लेंस से अपवर्तन के बाद ये समांतर किरणें आपस में फैलती जाती है| अर्थात अवतल लेंस प्रकाश की समांतर किरणों को अपसारित कर देता है| इस गुण के कारण अवतल लेंस को अपसारी लेंस कहते हैं|
18. एक उत्तल लेंस की फोकस दूरी f है| यदि एक वस्तु को लेंस से 2f से कुछ अधिक दूरी जैसे जैसे लेंस के फोकस तक लाया जाए, तो उस वस्तु के प्रतिबिंब का आकार किस प्रकार परिवर्तित होगा? 
उत्तर:-
एक उत्तल लेंस की फोकस दूरी है| यदि एक वस्तु के लेंस से से कुछ अधिक दूरी से जैसे जैसे लेंस के फोकस तक लाया जाता है तो उस वस्तु का प्रतिबिंब का आकार वस्तु के आकार से बड़ा होता जाएगा|
19. लेंस की क्षमता से आप क्या समझते हैं? इसका मात्रक लिखें|
उत्तर:-
किसी लेंस के नाभ्यान्तर (फोकस दूरी) के व्युत्क्रम को उस लेंस की क्षमता कही जाती है| इसे प्रायः P अक्षर से सूचित किया जाता है|
अर्थात, लेंस की क्षमता=1/नाभ्यान्तर
Or, P=1/f  जहाँ f  मीटर में माना जाता है|
इसका धनात्मक प्रति मीटर होता है जिसे डाइऑप्टर D भी कहा जाता है| उत्तल लेंस की क्षमता धनात्मक तथा अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक होती है| 
21. एक उत्तल लेंस वस्तु (बिंब) का वास्तविक और उल्टा प्रतिबिंब लेंस से 40 सेमी पर बनता है| यदि प्रतिबिंब का आकार वस्तु (बिंब) के आकार के बराबर हो, तो वस्तु (बिंब) लेंस से कितनी दूरी पर है और लेंस की क्षमता क्या है? 
उत्तर:-
चूंकि वस्तु (बिंब) और प्रतिबिंब का आकार बराबर है, इसलिए वस्तु (बिंब) लेंस की दुगुनी फोकस दूरी पर है, अर्थात u=2f
फिर u=40cm इसिलिए 2f=40cm या f=20cm तथा क्षमता=100/20 डाइऑप्टर=5D
22. कयी लेंसों को एक दूसरे के संपर्क में रखकर बनाए गए लेंस निकायों का उपयोग सामान्यतः कहाँ किया जाता है? 
उत्तर:-
ऐसे लेंस निकायों का उपयोग सामान्यतः कैमरों के लेंस तथा सूक्ष्मदर्शियों एवं दूरदर्शकों के अभिदृश्यकों के डिजाइन में किया जाता है|
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न






1. सचित्र वर्णन करें|
क. पानी में अंशतः डूबी तथा तिरछी रखी हुई एक छड़ी सतह पर क्यों मुड़ दिखाई पड़ती है? 
ख. पानी से भरी बाल्टी की गहराई क्यों कम मालूम पड़ती है? 
उत्तर:-
क. पानी में अंशतः डूबी तथा तिरछी रखी हुई एक छड़ी सतह पर मुड़ी दिखाई पड़ती है, छड़ी के सिरे से आती प्रकाश की किरणें सतह पर पानी से हवा में जाती है और इसिलिए अभिलंब से दूर हट जाती है| आंख को ये किरणें बिंदु से आती हुई प्रतीत होती है| अतः बिंदु का प्रतिबिंब है| पानी में छड़ी के डूबे हुए भाग के किसी भी बिंदु के लिए यही होता है| अतः हमें छड़ी जैसे दिखाई दिखती है, अर्थात मुड़ी हुई दिखाई पड़ती है| यह क्रिया प्रकाश के अपवर्तन के कारण होती है|
ख. पानी से भरी बाल्टी की गहराई कम मालूम पड़ती है| जैसा कि चित्र में दिखाया गया है| पानी से भरी बाल्टी के पेंदी पर एक बिंदु से आती किरणें पानी की सतह पर, चूंकि पानी से हवा में आती है, इसिलिए अभिलंब से दूर हटकर आंख तक पहुँचती है| ये किरणें बिंदु 1 से आती हुई प्रतीत होती है| अतः बाल्टी उथली प्रतीत होती है, अर्थात बाल्टी की गहराई कम प्रतीत होती है|
2. जब प्रकाश की आयताकार सिल्ली में तिरछा होकर गुजरात है, तो निर्गत किरण आपतित किरण के समांतर होती है| किरण आरेख से इसे समझाइए|
उत्तर:-
जब प्रकाश कांच की आयताकार सिल्ली में तिरछा होकर गुजरता है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है| हम पाते हैं कि यह रेखा निर्गत किरण के समांतर है| इस तरह कांच की सिल्ली से पार करने के बाद प्रकाश की किरण अपने पूर्व पथ से हट तो गयी है परन्तु अपनी दिशा के समांतर ही रही 
3. किरण आरेखों की मदद से उत्तल लेंस और अवतल लेंसों के प्रथम तथा द्वितीय मुख्य फोकस को समझाएँ|
उत्तर:-
उत्तल लेंस के मुख्य अक्ष पर एक निश्चित बिंदु से आती किरणें लेंस से अपवर्तित होकर मुख्य अक्ष के समांतर हो जाती है| इस बिंदु को उत्तल लेंस का प्रथम मुख्य फोकस कहा जाता है
अवतल लेंस के मुख्य अक्ष के निश्चित बिंदु की दिशा में आपतित किरणें लेंस से अपवर्तन के बाद मुख्य अक्ष के समांतर निकलती है| इस बिंदु को अवतल लेंस का प्रथम मुख्य फोकस कहते हैं|
यदि प्रकाश की किरणें किसी उत्तल लेंस के प्रधान लेंस के प्रधान अक्ष के समांतर आपतित हो तो वे लेंस से अपवर्तित होकर प्रधान अक्ष पर लेंस के दूसरी ओर स्थित एक निश्चित बिंदु से होकर जाती है| इस बिंदु को उत्तल लेंस का द्वितीय मुख्य फोकस कहते हैं|
यदि प्रकाश की किरणें किसी अवतल लेंस के मुख्य अक्ष के समांतर आपतित हो, तो वे लेंस से अपवर्तित होकर अपसारित होती है| यदि इन अपवर्तित किरणों को पीछे की ओर बढ़ाया जाए, तो वे लेंस के उस ओर जिधर से किरणें आपतित हुई है, मुख्य अक्ष के एक निश्चित बिंदु पर मिलती है| एक दर्शक को लेंस से अपसारित किरणें इसी बिंदु से आती हुई प्रतीत होती है |इस बिंदु को अवतल लेंस का द्वितीय मुख्य फोकस कहते हैं
4. किरण आरेख द्वारा एक उत्तल लेंस में बने प्रतिबिंब को दर्शाता जब वस्तु (बिंब) फोकस और प्रकाश केन्द्र के बीच हो|
उत्तर:-
जब वस्तु (बिंब) फोकस और प्रकाश केन्द्र के बीच हो, तो उसका आभासी प्रतिबिंब लेंस के उसी ओर बनता है जिस ओर वस्तु है| यह सीधा और वस्तु से आकार में बड़ा होता है|
5. उत्तल लेंस के किसी दूरी पर एक वस्तु को मुख्य अक्ष पर रखा जाए कि समान साइज (आकार) का वास्तविक प्रतिबिंब बने? किरण आरेख द्वारा समझाएँ|
उत्तर:- वस्तु को लेंस से 2f दूरी पर रखा जाए तो समान आकार का वास्तविक प्रतिबिंब बनेगा|
6. किरण आरेख की सहायता से अनंत और फोकस दूरी की दूनी दूरी के बीच रखी गई वस्तु (बिंब) का उत्तल लेंस द्वारा बने प्रतिबिंब का स्थान निर्धारित कीजिए|
उत्तर:- 
जब वस्तु अनंत और फोकस दूरी की दूनी दूरी के बीच स्थित हो तो उसका वास्तविक प्रतिबिंब लेंस के दूसरी ओर F2 तथा 2F2 के बीच बनता है| यह प्रतिबिंब उल्टा और वस्तु से छोटा होता है|

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