Bharti Bhawan Physics Class-9:Chapter-1:Very Short Type Question Answer:Short Type Question Answer:Long Answer Type Question Answer:भौतिकी:कक्षा-9:अध्याय-1:अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर:लघु उत्तरीय प्रश्न:दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


विज्ञान और मापन




अतिलघु उत्तरीय प्रश्न






1. विज्ञान क्या है? 
उत्तर:- सावधानी पूर्वक और क्रमबद्ध तरीके से किये गए प्रयोगों और परीक्षणों द्वारा प्राप्त ज्ञान को ही विज्ञान कहते हैं|
2. भौतिक राशियाँ कितने प्रकार की होती है? उनके नाम लिखें|
उत्तर:- भौतिक राशियाँ दो प्रकार की होती है—-आधारी राशियाँ और व्युत्पन्न राशियाँ
3. आधारी राशि किसे कहते हैं? 
उत्तर:- आधारी राशियाँ वे हैं जो स्वतंत्र मानी जाती है, जैसे—लम्बाई, द्रव्यमान, समय आदि|
4. व्युत्पन्न राशियाँ किसे कहते हैं? 
उत्तर:- व्युत्पन्न राशियाँ वे है जो आधारी राशियाँ के दो पदों में व्यक्त की जाती है, जैसे—क्षेत्रफल, आयतन, बल, कार्य, ऊर्जा
5. आधारी मात्रक किसे कहते हैं? 
उत्तर:- वह मात्रक जो किसी अन्य मात्रक पर निर्भर नहीं करता, उसे आधारी मात्रक कहते हैं|
6. मात्रकों की पद्धति से क्या तात्पर्य है? 
उत्तर:- सभी प्रकार की राशियों के लिए मात्रकों (आधारी तथा व्युत्पन्न दोनों), के पूरे समूह को मात्रकों की पद्धति कहते हैं|
7. रेडियन और स्टेरेडियन किनके मात्रक है? 
उत्तर:- रेडियन समतल कोण के मात्रक है तथा स्टेरेडियन घन कोण के मात्रक है|
8. एक नैनोमीटर कितने मीटर के बराबर होता है? 
उत्तर:- एक नैनोमीटर 10-9 के बराबर होता है|
9. प्रकाश वर्ष क्या है? 
उत्तर:- एक प्रकाशवर्ष वह दूरी है जिसे प्रकाश निर्वात में एक वर्ष में तय करता है, अर्थात
1 प्रकाशवर्ष= चाल×समय
=(300000km/s) (365×24×60×605
=9.46×1012 km=9.46×1015 m
10. 5000 वर्ष पूर्व जिस अतिविकसित सभ्यता के काल में तौल एवं माप की उन्नत किस्म की मानक पद्धति प्रचलित थी, उस सभ्यता को किस नाम से जाना जाता है? 
उत्तर:- हड़प्पा सभ्यता
लघु उत्तरीय प्रश्न






1. किसी राशि के परिमाण के पूर्ण विवरण के लिए किन बातों का ज्ञान आवश्यक होता है? एक उदाहरण देकर समझाएँ|
उत्तर:- एक मात्रक जिसमें राशि को व्यक्त किया गया और एक संख्यांक जो यह बताता है कि दी गयी राशि में वह मात्रक कितनी बार शामिल है|
2. आधारी और व्युत्पन्न राशियाँ किसे कहते हैं? इनके दो दो उदाहरण दें|
उत्तर:-
आधारी राशि—
वे राशियाँ जो स्वतंत्र मानी जाती हैं, जैसे–लंबाई, द्रव्यमान इत्यादि| वास्तव में आधारी राशियाँ सात है|
व्युत्पन्न राशि—
वे राशियाँ जो आधारी राशियों के पदों में व्यक्त की जाती है, जैसे–क्षेत्रफल, आयतन इत्यादि|
3. संसक्त पद्धति क्या है? 
उत्तर:- सभी प्रकार की राशियों के लिए मात्रकों के पूरे समूह को संसक्त पद्धति कहते हैं|
4. SI मात्रक के गुण लिखें|
उत्तर:- यह मात्रकों की अंतर्राष्ट्रीय पद्धति है जिसे प्रत्येक देश में आसानी से समझा जा सकता है|
इस पद्धति में ज्यामिति के दो राशि समतल कोण तथा घन कोण, जो भौतिक राशि नहीं है, के मापकों को भी सम्पूरक मात्रकों के रूप में परिभाषित किया जाता है|
5. मापन की अनिश्चितता से आप क्या समझते हैं? 
उत्तर:- विज्ञान मापन पर आधारित है| यदि मापन सही नहीं होता है तो यह अनिश्चित होता है किसी भी राशि की माप के लिए कुछ मानक मापों की आवश्यकता होती है, इसी मानक को उस राशि का मात्रक कहते हैं| यदि राशि की माप कुछ मानक मापी नहीं होंगे तो उसकी माप अनिश्चित होती है और उसके मानक भी अनिश्चित होंगे|


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न






1. SI मात्रक के संकेताक्षरों को लिखते समय ध्यान देने योग्य किन्हीं तीन बातों का उदाहरण सहित उल्लेख करें|
उत्तर:- SI मात्रक के संकेताक्षरों को लिखते समय ध्यान देने योग्य तीन बातें निम्न हैं—
हिन्दी में भी मात्रकों के संकेताक्षर—
अंग्रेजी के अक्षर ही होंगे| जैसे किलोग्राम के लिए किग्रा या मीटर के लिए मी आदि नहीं लिखना चाहिए| उदाहरण—लम्बाई का SI metre होता है इसे संकेताक्षर m लिखेंगे|
मात्रकों के अंग्रेजी नामों को capital letter 
से प्रारंभ नहीं करना चाहिए, अतः 1 ampere की धारा लिखना सही होगा न कि 1 Ampere की धारा|
मात्रक ग्राम के लिए संकेताक्षर g लिखना चाहिए न कि gm SI मात्रक gm का अर्थ ग्राम मीटर हो जाएगा
2. मात्रक मीटर को परिभाषित करने के इतिहास का संक्षेप में वर्णन करें|
उत्तर:- प्रायः मापों को आधारी या व्युत्पन्न SI मात्रकों के पदों में व्यक्त करना बहुत सुविधाजनक नहीं होता| उदाहरण के लिए, पटना से दिल्ली की दूरी को मीटर में व्यक्त करना बहुत असुविधाजनक होगा, इस दूरी के लिए मीटर बहुत फोटो मात्रक है| उसी प्रकार एक कागज की मोटाई को मीटर में व्यक्त करना चाहे तो भी असुविधा होगी| कागज की मोटाई को व्यक्त करने के लिए मीटर बहुत बड़ा मात्रक है|
3. SI मात्रक के किन्हीं तीन आधारी मात्रकों की परिभाषा लिखें|
उत्तर:- 
SI मात्रक के तीन आधारी मात्रक है—- क्षेत्रफल, आयतन, घनत्व
1. क्षेत्रफल=लम्बाई×चौड़ाई
क्षेत्रफल का मात्रक=लंबाई का मात्रक×चौड़ाई का मात्रक
=मीटर×मीटर= मीटर2
अतः क्षेत्रफल का SI मात्रक=मीटर2
2. आयतन=लंबाई×चौड़ाई×ऊँचाई
आयतन का मात्रक
=(लंबाई का मात्रक)(चौड़ाई का मात्रक)(ऊँचाई का मात्रक) 
=(मीटर)(मीटर)(मीटर)=मीटर3=m3 
अतः आयतन का SI मात्रक=घन मीटर=मीटर3=m3
3. घनत्व=द्रव्यमान/आयतन
घनत्व का मात्रक=द्रव्यमान का मात्रक/आयतन का मात्रक=किलोग्राम/मीटर3
=kg/m3=mg/m3 या kg-3
अतः, घनत्व का SI मात्रक=किलोग्राम/मीटर3
=kg/m3=mg/m3 या kg-3
4. राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला के मुख्य उत्तरदायित्वों का संक्षेप में उल्लेख करें|
उत्तर:-
राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला के मुख्य उत्तरदायित्व निम्न हैं——
राष्ट्रीय मानकों का रख रखाव इसका मुख्य उत्तरदायित्व है|
परीक्षणों और प्रयोगों द्वारा मानकों का निर्धारण करना|
जांचों के आधार पर किसी निष्कर्ष पर पहुँचना
संभावित कारणों का अनुमान लगाना
घटनाओं का सावधानीपूर्वक परीक्षण करना

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