Bharti Bhawan Geography Class-9:Chapter-17:Very Short Type Question Answer:Short Type Question Answer:Long Answer Type Question Answer:भूगोल:कक्षा-9:अध्याय-17:अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर:लघु उत्तरीय प्रश्न:दीर्घ उत्तरीय प्रश्न




              समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन






कारण बताएं——-




1. आपदा प्रबंधन में परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण है| क्यों? 
उत्तर:-इनका सहयोग प्रभावी होता है|
2. जले अंग पर ठंडा पानी देना चाहिए|क्यों? 
उत्तर:-तत्काल जलन होता है|
3. आपदा प्रबंधन में स्थानीय लोग अधिक उपयोगी होता है| क्यों? 
उत्तर:-आपदा के कयी रूप होते हैं, ऐसी स्थिति में आपदा के आने पर इससे होनेवाली बरबादी अथवा हानि को कम करने तथा लोगों को सहायता तत्काल पहुँचाने में स्थानीय लोग ही मदद करते हैं, यही लोग निकटवर्ती प्रशासन को इसकी खबर देते हैं, जिससे राहत कार्यों में तेजी आती है|
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न








1. ग्रामीण आपदा प्रबंधन के एक कार्य का उल्लेख करें|
उत्तर:-प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करना|
2. किस प्रकार के युवक आपदा प्रबंधन के लिए उपयुक्त हो सकते हैं|
उत्तर:-सामूहिक कार्यों के लिए साहसी, परिश्रमी हो, उत्साही युवक आपदा प्रबंधन के लिए उपयुक्त होते हैं|
3. आपदा प्रबंधन के तीन सामुदायिक घटकों में से किसी एक का उल्लेख करें|
उत्तर:-आपदा के समय प्रबंधन गतिविधियाँ
4. आपदा प्रबंधन के घटकों में किसकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है? 
उत्तर:-आपदा प्रबंधन के घटकों में परिवार, ग्राम सभा, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं सामुदायिक स्थलों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है|
5. आपदा के कुछ स्वभाविक तथ्यों में से किसी एक का उल्लेख करें|
उत्तर:-बरसात के समय विषैले जंतु, सांप, बिच्छू के काटने का भय
6. घर में आग लगने पर अग्निशामक के आने के पूर्व किए जाने वाले किसी एक कार्य को लिखें|
उत्तर:-घर में फंसे व्यक्तियों को जल्दी से बाहर निकालना चाहिए|
7. समुदाय के लोगों की किन बातों का ध्यान रखना चाहिए|
उत्तर:-समुदाय के लोगों को व्यक्तिगत हितों की जगह समाज के हित का ध्यान रखना चाहिए|
8. सामुदायिक कार्यों के लिए किस प्रकार के लोगों को चयनित नहीं करना चाहिए? 
उत्तर:-सामूहिक कार्यों के लिए कमजोर, आलसी और लालची लोगों का चयन नहीं करना चाहिए|
9. सामूहिक संगठन के सदस्यों में किस प्रकार की भावना रहनी चाहिए? 
उत्तर:-मानव कल्याण और सदभाव की भावना सामूहिक संगठन के सदस्यों में रहनी चाहिए|
10. सामुदायिक प्रबंधन से संबंधित किसी एक मुख्य प्राथमिक क्रियाकलाप का उल्लेख करें|
उत्तर:-घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाना तथा पंचायत के सहयोग से तत्काल राहत कार्य प्रारंभ करना|
11. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के एक कार्य को लिखें|
उत्तर:-राहत शिविर में भोजन, स्वच्छ जल और अन्य आवश्यक वस्तुओं का प्रबंधन करना|
12. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के दो सदस्यों के नाम लिखें|
उत्तर:-ग्राम सेवक, गाँव के कुछ समर्पित लोग
13. आपदा प्रबंधन के सदस्यों में किन गुणों का होना आवश्यक है? 
उत्तर:-आपदा प्रबंधन के सदस्यों में साहस, उत्साह, न्याय एवं गैर कानूनी कार्य करने वालों के साथ सख्ती से पेश आने का गुण होना चाहिए|
14. भारत में संस्कृति का विकास किस प्रणाली से हुआ है? 
उत्तर:-नगर प्रणाली
15. आपदा प्रबंधन में समुदाय की क्या भूमिका होती है? 
उत्तर:-केन्द्रीय भूमिका
लघु उत्तरीय प्रश्न








1. आग लगने पर अग्निशामक के आने के पहले क्या करना आवश्यक है? 
उत्तर:-आग लगने संबंधी आपदा होने पर अग्निशामक दस्ते को तुरंत खबर करनी चाहिए उसे आने में कुछ समय अवश्य लग सकता है| इसलिए अग्निशामक के आने के पहले निम्नलिखित प्रयास करना आवश्यक है|
क..घर में फंसे व्यक्तियों को जल्दी बाहर निकालना
ख.. घायलों को तत्काल अस्पताल पहुँचाना
ग.. जले भाग पर ठंडा पानी, बर्फ या चंदन का लेप लगाना इत्यादि|
2. ग्रामीण स्तर पर की आपदा प्रबंधन समिति में कौन कौन लोग सदस्य बनते हैं? 
उत्तर:-ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं की कमी होती है, परन्तु सामुदायिक भावना प्रबल होती है| यहाँ कुछ विशेष आपदा प्रबंधन समिति के गठन में विशेष सहयोग दे सकते हैं जैसे——-
विद्यालय के प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षक
गाँव के मुखिया, सरपंच एवं अन्य सदस्य
गाँव के कुछ उत्साही समर्पित लोग
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के डाक्टर एवं अन्य लोग
राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा के सदस्य
स्वंय सेवी संस्थाओं की महिला सदस्य
ग्राम सेवक एवं स्वंयसेवी संगठन के सदस्य
3. आपदा प्रबंधन के सदस्यों में किन गुणों का होना आवश्यक है? 
उत्तर:-समुदाय के लोग व्यक्तिगत हितों की अपेक्षा समाज के हित का ध्यान रखें|
सामूहिक कार्यों के लिए साहसी, परिश्रमी लोगों का चयन करना चाहिए|
सामूहिक संगठन के सदस्यों में जात पांत, धर्म संप्रदाय की तुच्छ भावना की जगह मानव कल्याण और सदभाव की भावना रहनी चाहिए|
समुदाय के लोगों में, साहस, उत्साह तथा न्याय के गुण होने चाहिए, गैर कानूनी कार्य करनेवालों पर सख्ती बरतन भी समुदाय का आवश्यक है|
4. बाढ़ की समाप्ति पर प्रायः मलेरिया, हैजा और डेंगू की बीमारियाँ फैलती है| कारण बताएं—
उत्तर:-बाढ़ की समाप्ति के बाद कयी मृत जीव इधर उधर सड़ रहे होते हैं| साथ ही, कयी स्थानों एवं गड्ढों में पानी जमा होकर सड़ने लगता है| इस स्थिति में मलेरिया, हैजा और डेंगू फैलानेवाले जीव पनपते हैं, जिससे ये बीमारियाँ अधिक फैलती है|
5. जम्मू कश्मीर भारत का अंग होकर भी अशांत राज्य बना हुआ है| क्यों? 
उत्तर:-जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अंग है| परंतु इस राज्य पर पड़ोसी देश पाकिस्तान एवं चीन भी अपना हक मानते हैं| उनके अनुसार, इस राज्य के कुछ हिस्से उनके देश के है| अतः ये देश आतंकवाद को प्रायोजित कर इस राज्य को अशांत बनाए हुए हैं|
6. भारत के संविधान में धर्मनिरपेक्षता पर जोर दिया गया है| क्यों? 
उत्तर:-भारत एक विशाल भौगोलिक क्षेत्रफल वाला देश है, जहाँ विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते हैं| पूर्व, पश्चिम, उत्तर एवं दक्षिण के क्षेत्रों की धार्मिक मान्यताओं में भी अंतर मिलता है| इनके बीच समरसता एवं एकता की भावना बनी रहे तथा राष्ट्र मजबूत हो, इसलिए भारत के संविधान में धर्मनिरपेक्षता पर जोर दिया गया है|
7. कुछ स्वाभाविक आपदाओं का विवरण दें|
उत्तर:-आपदा कयी रूपों में आती है| इसमें कुछ आपदाएँ ऐसी है जो स्वाभाविक रूप से समय विशेष के दौरान आती है| इनमें प्रमुख है—–
गर्मी के दिनों में आग लगने की संभावना
बरसात के समय पानी में डूबने, बाढ का प्रकोप एवं विषैले जीव जंतुओं के कटने का भय 
खेत खलिहानों एवं झुग्गी झोपड़ियों में आग लगना
भीड़भरी सड़कों अथवा अन्य परिवहन साधनों से होनेवाली दुर्घटना
8. ग्रामीण आपदा प्रबंधन के प्रमुख कार्यों को उल्लेख करें|
उत्तर:-किसी आपदा के पूर्वनुमान की चेतावनी और सूचना देना
राहत शिविर का चयन करना, उसकी व्यवस्था तथा प्रशासन तंत्र को आपदा की सूचना देना
राहत शिविरों में भोजन, वस्त्र, जल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं का प्रबंधन करना
प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करना
स्वच्छता पर ध्यान देना एवं अफवाह न फैलने देना
9. समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन क्या है? 
उत्तर:-मानव एक सामुदायिक प्राणी है, जिसका स्वभाव सुख दुःख के साथ रहना है| प्राचीनकाल से ही गाँव या मुहल्ले में रहने की परम्परा आपसी सहयोग के कारण विकसित हुयी है| अभी भी गाँव में किसी भी तरह के कार्य या वृहत् आयोजन में सब लोग मिलकर सहयोग करते हैं| जंगली जानवरों के हमले या डकैतों का सामना सभी लोग मिल जुलकर करते हैं| बाढ़ या फिर भूकंप या आपदा, आरंभ से ही हमारे यहाँ समुदाय के आधार पर उसके प्रबंधन की बात की जाती है| सभी लोगों यानी समुदाय के सहयोग से आपदा के प्रभाव को कम करने का सम्मिलित प्रयास एवं उपाय यानी समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन है|
10. भारत परंपरागत रूप में सामुदायिक आपदा प्रबंधन का समाज रहा है| स्पष्ट करें|
उत्तर:-भारतीय समाज में जीवन के विभिन्न संस्कार बनाये गये हैं| इन संस्कारों को पूरा करने में एक व्यक्ति पूरे समाज का सहयोग लेता रहा है| इसके अलावा बाढ़, आग, भूकंप, आंधी, तूफान का सामना लोग मिल जुलकर करते रहे हैं| भारतीय समाज संयुक्त परिवार की व्यवस्था पर आधारित रहा है, जिसकी मुख्य विशेषता सभी के सहयोग से सभी का कल्याण करना रहा है| यद्यपि आज विशेष कारणों से संयुक्त परिवार एकांकी परिवार बनता जा रहा है, फिर भी विभिन्न अवसरों पर वह समाज के साथ चलता है और समाज को लेकर चलता है| बिजली, पानी, सड़क, साफ सफाई के लिए मुहल्ला एक साथ आवाज उठाता है| विभिन्न पर्व, त्योहारों, मेलें, एवं अन्य धार्मिक अवसरों पर वह आज भी परस्पर मिल जुलकर आनंद उठाता है तथा सुख दुःख का भागीदार बनता है|
11. आपदा प्रबंधन में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका को स्पष्ट करें|
उत्तर:-कोई भी आपदा न तो सूचना देकर आती है और न ही इसके कोप का भुक्तभोगी कोई एक व्यक्ति होता है| यह छोटे बड़े, अमीर गरीब में कोई भेदभाव नही करती है| फलतः इससे निपटने के लिए समुचित तैयारी और परस्पर भागीदारी आवश्यक है| ऐसी स्थिति में एक व्यक्ति असहाय महसूस करता है| इसी समय समुदाय की महत्ता उजागर होती है| इन आपदाओं से निपटने में समुदाय की सामूहिक जिम्मेवारी होती है| इनकी प्रारंभिक तैयारी आपदा के दुष्परिणामों को कम कर सकती है| आपदा के पूर्व, आपदा के समय और बाद में भी समुदाय की अहम भूमिका होती है| इससे यह स्पष्ट है कि आपदा प्रबंधन में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका होती है|
12. आपदा के सामुदायिक प्रबंधन के लिए प्राथमिक क्रियाकलाप का वर्णन करें|
उत्तर:-किसी भी प्रकार की अफवाह को फैलने से रोकने का प्रयास करना
किसी अफवाह के फैलने पर उसका सामुदायिक स्थलों पर तुरंत खंडन करना
प्रशासन को आपदा से तुरंत अवगत कराना
धार्मिक और जातीय सदभावना फैलाना और लोगों का आत्मविश्वास बढाना
निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र को भी आपदा के विषय में सूचित करना और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाना
पंचायत के सहयोग से तत्काल राहत कार्य प्रारंभ करना
राहत कार्यों के लिए समुचित टीम का गठन करना
आवश्यक जीवनोपयोगी वस्तुओं, जल, भोजन, वस्त्र, दूध इत्यादि का प्रबंध कर उपलब्ध करना
आवश्यकता पडने पर राहत शिविर का प्रबंधन करना
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न







1. आपदा प्रबंधन में समाज की केन्द्रीय भूमिका का वर्णन करें|
उत्तर:-कोई आपदा न तो सूचना देकर आती है न ही इसके कोप का भुक्तभोगी एक व्यक्ति होता है| यह छोटे बड़े, धनी गरीब में कोई भेदभाव नहीं करती है| इससे निपटने के लिए समुचित तैयारी और पारस्परिक भागीदारी आवश्यक है| इसका प्रभाव जान माल पर तो पड़ता ही है मानसिक क्लेश भी होता है| इन आपदाओं से निपटने की जिम्मेदारी समाज की सामुहिक रूप में होता है| समाज के अनुभवी लोग आपदाओं का पूर्वानुमान या उनसे निपटने के सर्वोत्तम सुझाव दे सकते हैं| उनके अनुभवों तथा नयी वैज्ञानिक तकनीकों से आपदा प्रबंधन के कुछ उपाय किये जा सकते हैं| इनकी प्रारंभिक तैयारी आपदा के दुष्परिणामों को कम कर सकती है|
2. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के कार्यों का विवरण प्रस्तुत करें|
उत्तर:-किसी आपदा के पुर्वानुमान की चेतावनी और सूचना देना ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति का प्रमुख कार्य है| अब तो उपग्रह के माध्यम से भी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय स्तर पर प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान संभव है|
राहत शिविर का चयन, व्यवस्था तथा आवश्यकतानुसार अग्निशामक और प्रशासन तंत्र को सूचित करना|
राहत शिविर में भोजन स्वच्छ जल और अन्य आवश्यक पदार्थों का प्रबंध|
प्राथमिक उपचार की व्यवस्था|
स्वच्छता पर ध्यान देना और किसी प्रकार की बीमारी फैलने की संभावना को दूर करना|
3. आपदा प्रबंधन में समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने की उपायों का वर्णन करें|
उत्तर:-बाढ़, आंधी, तूफान की संभावना होने पर अधिक से अधिक लोगों को सूचित करना तथा बताने के उपायों पर विचार करना|
किसी आपदा के विषय में विद्यालय, पूजास्थल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर घोषणा करना तथा आवश्यक निर्देश देना|
समाज के वृद्ध, रूग्ण, बच्चे, गर्भवती महिलाओं के लिए पहले से विस्थापन के प्रबंध करना जिससे आपदा के समय इनका विस्थापन आसानी से हो सके|
गाँव की भौगौलिक स्थिति के अनुसार तैरने के जैकेट, डाक्टर और कुशल लोगों की सूची तैयार रखना तथा ऐसे स्थान से संपर्क रखना जहाँ से आवश्यकता पड़ने पर नाव इत्यादि का शीघ्र हो सके|
4. समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन पर एक लेख लिखें|
उत्तर:-आपदा एक कष्टकारी घटना है जिससे जानमाल की भारी क्षति होती है| ऐसी स्थिति में इसके प्रभाव को कम से कम करने में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका होती है जिसे समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन कहा जाता है| इसके तीन प्रमुख घटक है——-
पूर्वानुमान, चेतावनी और प्रशिक्षण
आपदा के समय प्रबंधन गतिविधियाँ
आपदा के बाद का प्रबंधन
आपदा, प्राकृतिक हो अथवा मानवजनित, यह कभी भी और कहीं भी हो सकती है| अकेले किसी व्यक्ति के लिए किसी आपदा से निपटना कठिन है, परन्तु मिल जुलकर इससे आसानी से निपटा जा सकता है| इसके लिए जरूरी है कि समुदाय के लोग सामाजिक हित का ध्यान रखें| इसमें विशिष्ट गुणों वाले लोगों को ही शामिल किया जाना चाहिए| भारत के स्वतंत्रता संग्राम के समय उत्पन्न हिन्दू मुस्लिम सांप्रदायिक दंगों को सामाजिक शक्तियों ने ही रोका था| आपदा के सामुदायिक प्रबंधन के लिए प्राथमिक क्रियाकलाप भी निर्धारित है| इसके लिए जरूरी है कि अफवाह न फैलने दिया जाए| अफवाह फैलने पर इसका तुरंत खंडन किया जाना चाहिए| आपदा के संबंध में सभी लोगों को सही जानकारी देनी चाहिए| प्रशासन को जानकारी देने के बाद तत्काल राहत कार्य चलाना चाहिए| राहत कार्य चलाने के लिए एक समुचित टीम का गठन करना चाहिए| तथा शिविर में जीवनपयोगी वस्तुओं, स्वच्छ जल, भोजन, वस्त्र और दूध को उपलब्ध करना चाहिए| समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय की भागीदारी भी सुनिश्चित की जानी चाहिए| इसके लिए संभावित आपदा के विषय में अधिक से अधिक लोगों को सूचित किया जाना चाहिए| गाँव की भौगोलिक स्थिति के अनुसार, विभिन्न प्रकार की कार्यसूचियों को तैयार रखना चाहिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर आसानी से काम हो सके|

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ