Bharti Bhawan Geography Class-9:Chapter-12:Very Short Type Question Answer:Short Type Question Answer:Long Answer Type Question Answer:भूगोल:कक्षा-9:अध्याय-12:अति लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर:लघु उत्तरीय प्रश्न:दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

                      मानचित्र अध्ययन
कारण बताएं——




1. मानचित्र अध्ययन में मापक की जानकारी अत्यंत आवश्यक है| क्यों? 
उत्तर:-मापक के अभाव में मानचित्र से दूरी की जानकारी नहीं ली जा सकती है|
2. प्रतिनिधि भिन्न विधि सर्वोत्तम मानी गयी है| क्यों? 
उत्तर:-इसमें माप की इकाई समान होती है|
3. गांव या नगर के मानचित्र में दीर्घ मापक का प्रयोग किया जाता है| क्यों? 
उत्तर:-इसमें छोटी दूरियों को समझने में आसानी होती है|
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न






1. मापक का एक उपयोग बताएं|
उत्तर:-मापक के द्वारा दो स्थानों के बीच की वास्तविक दूरी को निकालना संभव हो जाता है|
2. किस प्रकार के मापक में रेखा खींचनी पड़ती है? 
उत्तर:-रेखीय मापक में
3. गांव या नगर का नक्शा लघु मापक पर तैयार किया जाता है या दीर्घ मापक पर? 
उत्तर:-दीर्घ मापक पर
4. मापक की कौन सी विधि सर्वमान्य है? 
उत्तर:-प्रतिनिधि भिन्न
5. प्रतिनिधि भिन्न को परिभाषित करें|
उत्तर:-मापक को प्रभावित करने वाले भिन्न को प्रतिनिधि भिन्न कहा जाता है जिसका अंश हमेशा 1 होती है|
6. मापक को परिभाषित करें|
अथवा, मापक से आप क्या समझते हैं? 
उत्तर:-मानचित्र पर दो स्थानों के बीच की दूरी तथा पृथ्वी पर उन्हीं दो स्थानों के बीच की दूरी के अनुपात को मापक कहा जाता है|
7. सरल रेखीय मापनी क्या होती है? 
उत्तर:-सरल रेखीय मापनी मापक को दर्शनीय की एक विधि है, जिसमें द्वितीयक भाग पर प्राथमिक भाग के 10 वें हिस्से तक को दिखाया जाता है|
8. राजस्व मानचित्र को मापनी क्या होती है? 
उत्तर:-16 इंच= 1 मील 
9. प्रतिनिधि भिन्न और क्षेत्रफल में क्या संबंध होता है? 
उत्तर:-प्रतिनिधि भिन्न बड़ा होने पर क्षेत्रफल छोटा होता है तथा प्रतिनिधि भिन्न छोटा होने पर क्षेत्रफल बड़ा होता है|
10. मापनी बड़ी होने पर क्षेत्रफल कैसा होता है? 
उत्तर:-छोटी होता है|
11. यदि किसी मानचित्र की मापनी को दुगुना कर दिया जाए तब क्षेत्रफल में कितनी वृद्धि होगी? 
उत्तर:-तिगुनी 
12. यदि किसी मानचित्र का प्रतिनिधि भिन्न 1:100, 000 हो तथा मापनी आधी कर दी जए तब नया प्रतिनिधि भिन्न क्या होगा? 
उत्तर:-1:200, 000
13. किसी प्रतिनिधि भिन्न को दुगुना करने पर नया प्रतिनिधि भिन्न पर क्या असर पड़ेगा? 
उत्तर:-नया प्रतिनिधि भिन्न मूल मापनी का आधा हो जाएगा|
14. यदि किसी मानचित्र का प्रतिनिधि भिन्न 1:1, 000,000 हो तथा मापनी आधी कर दी जाए तब नया प्रतिनिधि भिन्न क्या होगा? 
उत्तर:-1, 000,000/1, 760×3×12
=1, 000,000/63, 360 मील
=15.78 या 16 मील
15. सेंटीमीटर= 2 किलोमीटर मापक के लिए प्रतिनिधि भिन्न ज्ञात करें|
उत्तर:-5/2
=5/2×1, 000×100(20) 
=1/40, 000
=1:40, 000
लघु उत्तरीय प्रश्न






1. मापक से आप क्या समझते हैं? इसकी परिभाषा दें|
उत्तर:-मापक का शाब्दिक अर्थ है मापने वाला | मानचित्र में दूरी उसमें अंकित मापक से प्राप्त किया जाता है| मानचित्र पर दो स्थानों की दूरी और धरती पर (पृथ्वी या धरातल पर) उन्हीं दो स्थानों की वास्तविक दूरी का अनुपात मानचित्र का मापक कहलाता है|
2. मापक की उपयोगिता बताएं|
उत्तर:-मापक का उपयोग करके मानचित्र में नदी, नाले, सड़क रेलमार्ग, तालाब, खेत आदि आसानी से दर्शाए जाते हैं|
3. मापक प्रदर्शन की तीनों विधियों का उल्लेख करें|
उत्तर:-(क)शाब्दिक विवरण (ख) प्रतिनिधि भिन्न और (ग)रेखीय मापक
4. प्रतिनिधि भिन्न से आप क्या समझते हैं|
उत्तर:-यह मापक बनाने का गणितीय ढंग है| तात्पर्य यह है कि मानचित्र की एक इकाई धरती पर की 100 इकाई के बराबर मानी जाती है|
5. मापक की कौन विधि (प्रणाली) सर्वमान्य है|
उत्तर:-प्रतिनिधि भिन्न विधि
6. सरल रेखीय या रैखिक मापक का उदाहरण दें| चित्र बनाकर|
उत्तर:-   1 किमी            0        1 किलोमीटर      
7. सरल और कर्णिक मापक की विशेषताएँ बताएं|
उत्तर:-इसकी सहायता से बिना किसी गणित के ही मानचित्र पर प्रदर्शित धरातल की आनुपातिक दूरी शीघ्रता से समझ में आ जाती है|
8. लघु मापक और दीर्घ मापक में अंतर बताएं|
उत्तर:-लघु मापक——-1 सेमी=10 किलोमीटर, 1:10.00.000
1 सेमी=50 किलोमीटर, 1:50.00.000
देश महादेश के मानचित्र में लघु मापक का प्रयोग किया जाता है|
दीर्घ मापक——-10 सेमी= 1 किलोमीटर
20 सेमी= 1 किलोमीटर
1:10.000
1:5.000
गांवों या ग्रामीण मानचित्र और नगरों के मानचित्र में दीर्घ मापक का प्रयोग किया जाता है|
9. कथन विधि एवं रेखीय विधि म में अंतर स्पष्ट करें|
उत्तर:-मानचित्र पर मापक प्रदर्शित करने की तीन मुख्य विधियाँ है| कथन विधि के अंतर्गत मानचित्र पर की दूरी और पृथ्वी पर की दूरी के संबंध को शब्दों में लिखा जाता है, जैसे–1 सेंटीमीटर= 5 किलोमीटर, 1 इंच= 1 मील आदि| रेखीय विधि के अंतर्गत मापक प्रदर्शित करने के लिए एक सीधी रेखा बनाते हैं तथा प्राथमिक भाग के 10 वें हिस्से तक का द्वितीयक भाग पर दिखाया जाता है|
10. विकर्ण मापनी के बारे में लिखें|
उत्तर:-विकर्ण मापनी सरल मापनी का ही प्रकार है, जहाँ सरल रेखीय मापनी के द्वारा प्राथमिक मापनी 100 वां हिस्सा पढा जाना संभव है| वहीं विकर्ण मापनी के द्वारा प्राथमिक मानी का 100 वां हिस्सा द्वितीयक मापनी पर पढना संभव हो जाती है| अर्थात विकर्ण मापनी के द्वारा शतांश की दूरी को मापनी संभव है|
11. मापक की उपयोगिता को संक्षेप में लिखें|
उत्तर:-मानचित्र पर मापक बना रहने से मानचित्र पर के दो स्थानों के बीच की वास्तविकता दूरी को निकाला जा सकता है| इसी तरह, बड़े क्षेत्र का काग़ज़ पर छोटे रूप में दिखलाना हो तो यह कार्य मापक की सहायता
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न








1. मानचित्र में मापक दिखाना क्यों आवश्यक है? इसके महत्व पर प्रकाश डालें|
उत्तर:-मानचित्र पर मापक अंकित न हो तो दूरी की जानकारी नहीं ली जा सकती | बड़े क्षेत्र को कागज पर छोटे रुप में दिखलाना हो तो यह कार्य मापक की सहायता से आसानी से किया जा सकता है| उस क्षेत्र का क्षेत्रफल भी आसानी से जाना जा सकता है| आज इसका उपयोग भवन निर्माण या औद्योगिक स्थल के प्रदर्शन, रेलवे लाइन आदि के मानचित्र बनाने में आवश्यक होता है|
2. मापक प्रदर्शन की विधियों का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत करें|
उत्तर:- (क)कथन या शाब्दिक विवरण——-  मानचित्र की दूरी और धरती की दूरी का संबंध शब्दों में, विवरण के रूप में बताया जाता है|
उदाहरण—–1 सेंटीमीटर= 10 सेंटीमीटर आदि
(ख) प्रतिनिधि भिन्न—– यह मापक बनाने का गणितीय ढंग है|
उदाहरण—–1/100 या 1:100 तात्पर्य यह है कि मानचित्र की एक इकाई धरती पर की 100 इकाई के बराबर मानी जाए|
(ग) रेखीय मापक——-इसमें एक रेखा खींचकर उसके उपविभाग किए जाएं और माप के अंक लिखे जाएं|
उदाहरण—— 1 किलोमीटर

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