Bharti Bhawan Biology Class-9:Chapter-1:Short Question Answer:जीवविज्ञान:कक्षा-9:अध्याय-1:लघु उत्तरीय प्रश्न उत्तर

          कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई





                        लघु उत्तरीय प्रश्न



1. निम्नलिखित में किन्हीं दो के प्रमुख कार्य बताएं-
(क)राइबोसोम:-इनमें प्रोटीन  संश्लेषण होता है|
(ख) माइटोकांड्रिया:-इनमें उपस्थित कोशिकीय श्वसन के एंंजाइम के चलते भोजन का संपूर्ण आक्सीकरण होता है| इसके फलस्वरूप जीव के लिए ढेर सारी अति आवश्यक ऊर्जा मुक्त होती है|इसलिए माइटोकांड्रिया को कोशिकीय ऊर्जा गृृह कहा जाता है| यह ऊर्जा एटीपी के रूप में जमा रहता है| कोशिका नये यौगिक के निर्माण के समय एटीपी में संचित ऊर्जा का इस्तेमाल करती है|
क्रिस्टी से अन्दर की झिल्ली का सतह क्षेत्र बढ़ता है|
(ग) हरितलवक:- ल्यूकोप्लास्ट मुख्यतः जड़ की कोशिकाओं में पाये जाते हैं और खाद्य संचय का कार्य करते हैं| इसमें स्टार्च, प्रोटीन तथा तेल जैसे पदार्थ संचित रहते हैं| क्रोमोप्लास्ट फूलों और बीजों को विभिन्न रंग प्रदान करते हैं| क्लोरोप्लास्ट मुख्यतः पत्तियों में पाये जाते हैं एवं भोजन संश्लेषण में सहायक है|
(घ) गुणसूत्र:- एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में वंशागत सूचना प्रेषित करना|
(ड़) गाल्जी:- ER संश्लेषित पदार्थों का संचयन, रूपांतरण तथा पैक कर कोशिका  के बाहर और अंदर विभिन्न क्षेत्रों में भेजता है| कोशिका का मुख्य स्रवण अंगक है,लाइसोसोम एवं पेराक्सिसोम के निर्माण में मदद करता है| कुछ परिस्थितियों में इसमें सामान्य शक्कर से जटिल शक्कर का निर्माण होता है| पादप कोशिका विभाजन के समय कोशिका प्लेट बनाने में सहायक है|
(च) रिक्तिका/रसधानी:-जन्तु कोशिका में यह जल संतुलन का कार्य करती है| कोशिका रस में मौजूद विभिन्न पदार्थों को कोशिकाद्रव्य से अलग रखती है| कुछ एक कोशिकीय जीवों में विशिष्ट रसधानियां कुछ अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में सहायक होती है| पादप कोशिकाओं में ये स्फीति तथा कठोरता प्रदान करती है|
(छ) कोशिकाभित्ति:-यह कोशिका को निश्चित रूप प्रदान करती है| यह कोशिका को सुरक्षा और सहारा भी प्रदान करती है| यह कोशिका झिल्ली की रक्षा करती है| यह कोशिका को सूखने से बचाता है|
(ज)कोशिका झिल्ली:-यह एक सीमित झिल्ली का कार्य करती है| यह कोशिका का एक निश्चित आकार बनाये रखने में सहायता करती है| यह कोशिका को यांत्रिक सहारा प्रदान करती है| यह भिन्न भिन्न प्रकार के अणुओं को बाहर निकलने एवं अंदर आने में नियंत्रण करती है| जंतु कोशिका में यह सीलीया फ्लैजिला, माइक्रोभिलाई आदि के निर्माण में सहायक है|
(झ)लाइसोसोम:-कोशिका में प्रवेश करनेवाले बड़े कणों एवं बाह्य पदार्थों का पाचन करता है| अन्त: कोशिकीय पदार्थों तथा अंगकों के टूटे फूटे भागों को पाचित कर कोशिका को साफ करता है| जीवाणु एवं वायरस से रक्षा करता है| जिस कोशिका में रहता है उसी
आवश्यकतानुसार नष्ट करने का कार्य करता है|
2. किस प्रकार की कोशिका को प्रोकैरियोटिक कोशिका कहा जाता है? 
उत्तर:-प्रोकैरियोटिक प्रकार की कोशिकाओं में नाभिक नहीं होता व नाभिकीय क्षेत्र न्यूक्लिओइड कहलाता है| इस कोशिका का द्रव्य के साथ सीधा संपर्क होता है|
3. पादप कोशिकाओं और जन्तु कोशिकाओं में मुख्य अंतर क्या है? 
उत्तर:- पादप कोशिका- (क)सैल्लोस से बनी कोशिका भित्ति होती है|
(ख) लवक पाये जाते हैं|
(ग) रिक्तिका बड़ी होती है|
(घ) सेंट्रोसोम नहीं होता|
(ड़) गाल्जी उपकरण डिक्टियोसोम के रूप में होता है|
(च) प्रायः आकार में बड़ी होती है|
जन्तु कोशिका:-(क) कोशिकाभित्ति नहीं होती है|
(ख) लवक नहीं होते|
(ग) रिक्तिका नहीं होती या बहुत छोटी होती है|
(घ) सेंट्रोसोम होता है|
(ड़) गाल्जी उपकरण पूर्ण विकसित होता है|
(च)अपेक्षाकृत आकार में छोटी होती है|
4. यदि गाल्जी उपकरण न हो तो कोशिका पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा? 
उत्तर:- यदि कोशिका में गाल्जीकाय न हो तो अन्तर्द्रव्यी जालिका में बने पदार्थों का कोशिका के अन्दर व बाहर आवश्यक भागों को स्थानांतरण बंद हो जाएगा| लाइसोसोम का निर्माण नहीं होगा जिसमें बहुत से एन्जाइमों व हार्मोनों का निर्माण नहीं होगा जिससे कोशिका से अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन नहीं होगा| इन सबसे कोशिका का जीवन कम हो जाएगा|
5. कोशिका के किस अंगक को बिजलीघर कहते हैं और क्यों? 
उत्तर:-माइटोकांड्रिया में भोजन के आक्सीजन से ऊर्जा मुक्त होती है| यही ं पर एटीपी के रूप में संचित होती है| इसलिए इसे कोशिका का ऊर्जा संयंत्र कहते हैं| माइटोकांड्रिया को कोशिका का बिजलीघर अथवा ऊर्जा घर कहा जाता है क्योंकि यह भोजन के आक्सीकरण तथा ऊर्जा उत्पादन का कार्य करता है|
6. एंडोसाइटोसिस किसे कहते हैं? 
उत्तर:- कुछ एककोशिकीय जंतुओं जैसे अमीबा में कोशिका झिल्ली का लचीलापन कोशिका को इस योग्य बनाता है कि अपने बाहरी वातावरण से ये भोजन तथा अन्य खाद्य पदार्थों का अधिग्रहण कर सकती है| कोशिका झिल्ली द्वारा संपन्न होनेवाली इस क्रिया को एंडोसाइटोसिस कहते हैं|
7. लवक कितने प्रकार के होते हैं एवं इनके क्या कार्य हैं? 
उत्तर:- लवक तीन प्रकार के होते हैं-
(क)अवर्णीलवक या ल्यूकोप्लास्ट
(ख) वर्णीलवक या क्रोमोप्लास्ट
(ग) हरितलवक या क्लोरोप्लास्ट
कार्य:-
(क) ल्यूकोप्लास्ट मुख्यतः जड़ की कोशिकाओं में पाये जाते हैं और खाद्य संचय का कार्य करते हैं|इसमें स्टार्च, प्रोटीन तथा तेल जैसे पदार्थ संचित रहते हैं|
(ख) क्रोमोप्लास्ट फूलों और बीजों को विभिन्न रंग प्रदान करते हैं|
(ग)क्लोरोप्लास्ट मुख्यतः पत्तियों में पाया जाता है एवं भोजन संश्लेषण में सहायक है|
8. केन्द्रक झिल्ली में पाये जानेवाली छिद्र का क्या कार्य है? 
उत्तर:-केन्द्रक झिल्ली या केन्द्रक कला में पाये जानेवाली छिद्रों के द्वारा केन्द्रकद्रव्य एवं कोशिका द्रव्य के बीच पदार्थों का आदान प्रदान होता है|
9. जीन को आनुवंशिकी इकाई क्यों कहते हैं? 
उत्तर:-क्योंकि जीन पैतृक गुणों के वाहक होते हैं, इसलिए इसको आनुवंशिक इकाई कहते हैं|
10. विसरण तथा परासरण में क्या अंतर है? 
उत्तर:-विसरण- (क) यह क्रिया पदार्थ की तीनों अवस्थाओं (गैस, द्रव ठोस) में होती है|
(ख)इसमें अर्द्ध पारगम्य झिल्ली होना आवश्यक नहीं है|
परासरण-(क)यह क्रिया केवल द्रव पदार्थों में होती है|
(ख)इसमें दो भिन्न सांद्रण घोलों के मध्य अर्द्ध पारगम्य झिल्ली होना आवश्यक है|
11. जीवों में पदार्थों के परिवहन की आवश्यकता है? 
उत्तर:-जीवों में उपयोगी का उनके मूल स्रोतों से शरीर के प्रत्येक कोशिका तक पहुँचाने तथा अनुपयोगी या हानिकारक पदार्थों को कोशिकाओं से निकालकर गंतव्य स्थान तक पहुँचाने की क्रिया को पदार्थों का परिवहन कहते हैं|पदार्थों के परिवहन में कोशिका में मौजूद कोशिका झिल्ली मुख्य भूमिका निभाती है|यह कार्य विसरण एवं परासरण क्रियाओं द्वारा संपन्न होता है|जीवों में गैसों का आदान प्रदान विसरण द्वारा होता है जबकि पौधे अपने मूल रोम से जल का अवशोषण परासरण द्वारा करते हैं|अत: जीवों में पदार्थों के परिवहन की महत्वपूर्ण आवश्यकता है|
12. क्रोमोसोम तथा क्रोमैटिड में क्या अंतर है? 
उत्तर:-क्रोमोसोम (गुणसूत्र)- (क) क्रोमोसोम महीन, लंबा तथा अत्यधिक कुण्डलित धागे के रूप में दिखाई देता है|
(ख) क्रोमोसोम बेलनाकार होते हैं|
(ग) क्रोमोसोम के तीन भाग होते हैं-
पेलिकल, मैट्रिक्स तथा क्रोमैटिड
क्रोमैटिड (अर्द्ध गुणसूत्र)-(क) दो समानांतर कुण्डलित धागे के समान रचना होती है|
(ख) क्रोमैटिड बेलनाकार नहीं होते हैं|
(ग) क्रोमैटिड के कोई भाग नहीं होते हैं|
13. यूकैरियोटिक कोशिकाओं के मुख्य लक्षण क्या होते हैं? 
उत्तर:-(क)इसका सामान्यतः आकार बड़ा होता है|
(ख) ये केंद्रक द्वारा केंद्रक झिल्ली द्वारा घिरा रहता है|
(ग)इसमें एक से अधिक गुणसूत्र होते हैं|
(घ)इसमें केन्द्रिका पायी जाती है|
(ड़)इसमें झिल्लियों से बने कोशिकांग पाये जाते हैं|
(च)इसमें कोशिका विभाजन समसूत्री तथा अर्द्धसूत्री विधियों से होता है|
(छ)इसमें अनेक क्रोमोसोम पाया जाता है|
14. वायरसों में सजीवों का लक्षण क्यों नहीं पाया जाता है? 
उत्तर:-झिल्ली जीवों का एक आवश्यक हिस्सा होता है| वायरस में किसी प्रकार की झिल्ली नहीं होती है|इसके चलते इसमें सजीवों का लक्षण नहीं पाया जाता है|
15. चिकनी अन्त:प्रद्रव्यी जालिका तथा खुरदरी अन्त:प्रद्रव्यी जालिका में मुख्य अन्तर क्या है? 
उत्तर:-खुरदरी अन्त:प्रद्रव्यी जालिका की सतह पर राइबोसोम होते हैं जो प्रोटीन संश्लेषण का कार्य करते हैं जबकि चिकनी अन्त:प्रद्रव्यी जालिका पर राइबोसोम नहीं होते| ये लिपिडों को स्त्रावित करती है|

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