वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. इनमें सामान्यतः किसका उपयोग कोशिका द्वारा ऊर्जा उत्पादन के लिए होता है?
Ans. ग्लूकोस
2. पौधों में किस क्रिया के द्वारा बाहरी वातावरण से आक्सीजन कोशिकाओं को पहुंचता है?
Ans. विसरण
3. मनुष्य के ट्रैकिया में पाए जाते हैं
Ans. उपास्थि के बने अपूर्ण वलय
4. शवसन की क्रिया में खाद्य पदार्थ का क्या होता है?
Ans. विघटन
5. अवायवीय श्वसन कोशिका के किस भाग में होता है?
Ans. कोशिकाद्रव्य
6. मनुष्यों में सांस लेने और छोड़ने की क्रिया को क्या कहा जाता है?
Ans. श्वासोच्छा्वास
7. आणविक आक्सीजन के उपलब्ध नहीं होने से पायरुवेट का परिवर्तन जंतुओं में किस यौगिक में होता है?
Ans. लैक्टिक अम्ल
8. पौधों में गैसों के आदान प्रदान के लिए रहते हैं
Ans. रंध्र
9. नि: श्वास द्वारा निकली वायु में रहती है
Ans. CO2
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
1. वह क्रिया जिसके द्वारा कोशिकाओं में ग्लूकोस के आक्सीजन से ऊर्जा का उत्पादन होता है…………. कहलाती है|
Ans. श्वसन
2. मनुष्य का दायाँ और बायाँ नासिका वेश्म …….. के द्वारा एक दूसरे से पृथक होते हैं|
Ans. नासा पट्टिका
3. श्वसन एक……… क्रिया है|
Ans. अपचयी
4. श्वसन प्रक्रम में ग्लूकोस का……….. होता है|
Ans. आक्सीजन
5. श्वसन के आक्सीजन की क्रिया…….. में समपन्न होती है|
Ans. माइटोकांड्रिया
6. कीटों के…… में हीमोग्लोबिन या उसके जैसे श्वसन रंजक नहीं होता है|
Ans. रक्त
7. मछली में गिल्स एक चपटी थैली में होती है, जिसे………. कहते हैं|
Ans. गिलकोष्ठ
• स्मरणीय •
1. वृहत रुप में श्वसन उन सभी प्रक्रियाओं का सम्मलित रुप है जिनके द्वारा शरीर में ऊर्जा का उत्पादन होता है|
2. ऊर्जा के उत्पादन के लिए कोशिकाओं में ग्लूकोस का क्रमिक आक्सीकर विखंडन किया जाता है जिससे इसके बंधन टूट जाते हैं और इनमें संचित रासायनिक ऊर्जा मुक्त होती है तथा एटीपी जैसे यौगिक के रासयनिक बंधन में संगृहीत हो जाती है|
3. एटीपी समस्त जैव कोशिकाओं में रासायनिक ऊर्जा का सार्वजनिक वाहक है|
4. एटीपी का उत्पादन चूंकि जैव कोशिकाओं में ही होता है, इसलिए इसे जैव ऊर्जा भी कहते हैं|
5. एटीपी के उत्पादन के लिए कोशिका मुख्यतः ग्लूकोस का उपयोग करती है, इसलिए ग्लूकोस को कोशिकीय ईंधन भी कहा जाता है|
6. श्वसन के अन्तर्गत बाहरी वातावरण से आक्सीजन ग्रहण कर शरीर की कोशिकाओं में पहुँचाया जाता है जहाँ इसका उपयोग कोशिकीय ईंधन के आक्सीजन में करके जैव ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है तथा इस क्रिया से उत्पन्न कार्बन डाइऑक्साइड को फिर कोशिकाओं से शरीर के बाहर निकाल दिया जाता है|
7. कोशिकीय श्वसन को दो अवस्थाओं- अवायवीय तथा वायवीय में विभाजित किया जाता है|
8. अवायवीय श्वसन में आक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोस अणु का आंशिक विखंडन पायरूवेट में होता है| यह क्रिया कोशिकाद्रव्य में होती है|
9. वायवीय श्वसन में आक्सीजन की उपस्थिति में पायरूवेट का पूर्ण विखंडन होता है एवं यह क्रिया माइटोकांड्रिया में होता है|
10. वायवीय श्वसन में अवायवीय श्वसन की तुलना में अधिक ऊर्जा मुक्त होती है|
11. पौधों में श्वसन गैसों का आदान प्रदान विसरण क्रिया द्वारा होता है|
12. एक कोशिकीय जंतुओं जैसे अमीबा, पैरामीशियम में श्वसन गैसों का आदान प्रदान कोशिका झिल्ली से विसरण द्वारा होता है|
13. उच्च श्रेणी के जंतुओं में उनके वास स्थानों तथा शरीर की संरचना के अनुकूल श्वसन या श्वासोच्छ्वास अंग पाए जाते हैं| जैसे, मछली में गिल्स से, ग्रासहापर तथा अन्य स्थलीय कीटों में श्वासनली या ट्रैकिया से तथा मनुष्य में फेफड़ों से श्वसन होता है|
14. मछली में श्वसन गैसों का आदान प्रदान गिल्स में स्थित रक्त वाहिनियों के रक्त और जल के बीच विसरण द्वारा होता है|
15 कीटों जैसे ग्रासहापर, तिलचट्टा, मक्खी आदि के श्वसन की विशेषता यह है कि इसमें आक्सीजन रक्त के माध्यम से नहीं, बल्कि सीधे ऊतक को पहुँचता है| इसका कारण रक्त में हीमोग्लोबिन का न होना है|
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