वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन का सर्वप्रमुख पेड़ कौन सा है?
(क) महोगनी
(ख) बबूल
(ग) देवदार
(घ) सखुआ
Ans. (घ) सखुआ
2. बाघ परियोजना क्या है?
(क) बाघ के शिकार की योजना
(ख) बाघ के संरक्षण की योजना
(ग) विदेश से बाघ के आयात की योजना
(घ) बाघ की खाल की उपयोगों की योजना
Ans. (ख) बाघ के संरक्षण की योजना
3. इनमें उत्तराखण्ड की बाघ परियोजना कौन है?
(क) बेतला
(ख) मानस
(ग) नामदफा
(घ) कार्बेट
Ans. (घ) कार्बेट
4. भारत के ज्वारीय वनों में….. तथा….. के पेड़ अधिक मिलते हैं|
Ans. मैंग्रोव, सुन्दरी
5. भारत के चिरहरित वन उन प्रदेशों में मिलते हैं जहाँ सामान्यतः वर्षा……….. सेंटीमीटर से अधिक होती है|
Ans. 200
6. भारत का राष्ट्रीय पशु…………. है और राष्ट्रीय पक्षी………. |
Ans. बाघ, मोर
7. भारत में राष्ट्रीय वन उद्यानों की संख्या………. है|
Ans. 102
8. राजस्थान का……. पक्षी विहार भारत में सबसे बड़ा है|
Ans. घाना
कालम अ से ब का सही मिलान करें-
अ ब
1. पर्वतीय वन (क) बबूल
2. ज्वारीय वन (ख) महोगनी
3. शुष्क वन (ग) सुन्दरी
4. चिरहरित वन (घ) देवदार
Ans. 1.(घ), 2.(ग), 3.(क), 4.(ख)
अ ब
1. सिंह (क)असम
2. गैंडा (ख)राजस्थान
3. तेंदुआ (ग) गिर
4. ऊँट (घ) हिमालय
Ans. 1.(ग), 2.(क), 3.(घ), 4.(ख)
कारण बताएं-
1. राजस्थान में झाड़ियाँ मिलती है ं| क्यों?
Ans. वर्षा की कमी और जलवायु की विषमता|
2. अंडमान निकोबार में चिरहरित (सदाबहार) वन मिलते हैं| क्यों?
Ans. वहाँ वर्षा की उपलब्धता 200 सेमी० से अधिक है|
3. सखुआ (साखू) की लकड़ी कड़ी होती है, पर देवदार की लकड़ी मुलायम होती है| क्यों?
Ans. गर्मी की कमी के कारण देवदार की लकड़ी मुलायम होती है|
4. वन महोत्सव महत्वपूर्ण माना जाता है|क्यों?
Ans. इससे वन सरंक्षण के प्रति जागृत बढ़ती है|
5. चिरहरित वन के कोई दो वृक्षों के नाम लिखें|
Ans. बेंत, बांस
6. सखुआ किस वन का प्रमुख पेड़ है?
Ans. उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन
7. कार्बेट अभ्यारण्य भारत के किस राज्य में स्थित है?
Ans. उत्तराखंड
8. भारत में पहला जीव आरक्षण क्षेत्र कब और कहाँ बना?
Ans. नीलगिरी में 1986 में
9. पतझड़ वन का सर्वप्रमुख पेड़ कौन है?
Ans. सागवान
10. देवदार किस प्रकार के वन की उपज है?
Ans. पर्वतीय वन
11. पूर्वी भारत स्थित एक राष्ट्रीय वन उद्यान का नाम लें|
Ans. मानस
12. भारत के वन्य जीवों और उनके संरक्षण पर प्रकाश डालें|
Ans. वनस्पति की विविधता की तरह भारत में वन्य पशुओं की विविधता भी देखी जा सकती है| जहाँ 8900 जातियों के वन्य प्राणी मिलते हैं| हाथी जैसे बड़े पशु से लेकर भालू, सिंह, सियार और चूहे तथा गिलहरी तक के जीव पाए जाते हैं| जल स्थलचर घड़ियाल (मगरमच्छ) केवल भारत में ही मिलते हैं| यहाँ मछलियों की कोई 2500 जातियाँ और पक्षियों की 1200 से अधिक जातियाँ हैं|
भारतीय पक्षियों में मोर, हंस, बत्तख, मैना, तोता, कबूतर, सारस और बगुले मुख्य रूप से मिला करते हैं| मोर को राष्ट्रीय पक्षी होने का गौरव है| जीवों की विविध बनाये रखने के लिए वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएँ चलती है|
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